Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
मृतकों में एक 65 वर्षीय बसंती पोद्दार शामिल हैं, जो कोलकाता के अश्विनी नगर इलाके की निवासी थीं। वह अपनी बहन, बेटे और बेटी के साथ महाकुंभ में शामिल होने गई थीं। परिवार के अनुसार, भगदड़ के दौरान भारी भीड़ के दबाव में गिरने से उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
कोलकाता। प्रयागराज महाकुंभ में बुधवार को हुई भगदड़ में पश्चिम बंगाल की दो महिलाओं की मौत हो गई है। राज्य सचिवालय नवान्न ने गुरुवार को इसकी पुष्टि की।
मृतकों में एक 65 वर्षीय बसंती पोद्दार शामिल हैं, जो कोलकाता के अश्विनी नगर इलाके की निवासी थीं। वह अपनी बहन, बेटे और बेटी के साथ महाकुंभ में शामिल होने गई थीं। परिवार के अनुसार, भगदड़ के दौरान भारी भीड़ के दबाव में गिरने से उन्हें गंभीर चोटें आईं, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
दूसरी मृतका 78 वर्षीय उर्मिला भूनियां थीं, जो पश्चिम मेदिनीपुर जिले के सालबोनी की रहने वाली थीं। वह अपनी बेटी और दामाद के साथ महाकुंभ गई थीं।
परिवारों के मुताबिक, दोनों के शवों को वापस लाने की प्रक्रिया जारी है और अंतिम संस्कार राज्य में ही किया जाएगा।
इस बीच, राज्य सरकार ने एक विशेष टीम को प्रयागराज भेजने का निर्णय लिया है, जो इस घटना में पश्चिम बंगाल के अन्य प्रभावित लोगों की स्थिति का जायजा लेगी। टीम यह भी जांच करेगी कि क्या भगदड़ में राज्य का कोई और निवासी घायल हुआ है।
बुधवार को इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे "योजना और देखभाल की कमी" का परिणाम बताया। उन्होंने पश्चिम बंगाल के गंगासागर मेले में हर साल किए जाने वाले प्रशासनिक इंतजामों का उल्लेख किया और कहा कि महाकुंभ में हुई भगदड़ की दुखद घटना से मैं बेहद दुखी हूं। कम से कम 15 निर्दोष लोगों की जान चली गई। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। हमारे गंगासागर मेले से मैंने यह सीखा है कि विशाल जनसमूह वाले आयोजनों में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए अधिकतम योजना और देखभाल आवश्यक है। दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना।